tag:blogger.com,1999:blog-6091217796838524722.post2085634270862888942..comments2023-05-31T04:02:59.926-07:00Comments on अभिव्यंजना: भूली बिसरी यादेंअभिव्यंजनाhttp://www.blogger.com/profile/16260123959958947478noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6091217796838524722.post-84153553523056799562011-11-22T07:12:06.200-08:002011-11-22T07:12:06.200-08:00वक्त की बात करो , वक्त खुदा होता है ,
वक्त के हाथ ...वक्त की बात करो , वक्त खुदा होता है ,<br />वक्त के हाथ में , हर वक्त छुपा होता है <br />सुंदर कविताएं ...रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6091217796838524722.post-46598010264788079822011-11-19T06:24:45.016-08:002011-11-19T06:24:45.016-08:00आपके परामर्श के लिए धन्यवाद !आपके परामर्श के लिए धन्यवाद !अभिव्यंजनाhttps://www.blogger.com/profile/16260123959958947478noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6091217796838524722.post-4969188029622124982011-11-18T04:10:16.455-08:002011-11-18T04:10:16.455-08:00मुड़कर ना देखने वाले एक बार तो देखा होता,
जाने से ...मुड़कर ना देखने वाले एक बार तो देखा होता,<br />जाने से पहले , ओ मेरे साथी ! एक बार तो सोचा होता ,<br />रस्मों रिवाज़ों को तोड़कर जो मैं तुमसे मिलती रही ,<br />ना दोगे साथ एक बार तो जताया होता ,<br />तुम्हें चाहने की सज़ा तुमने ही तो दी है ,<br />मेरे आँसुओं को तुमने एक बार तो देखा होता , <br />शिकवा करें क्या उनसे, जिनसे वफा की उम्मीद न हो ,<br />काश ! तुम्हें चाहने से पहले इक बार तो दिल को रोका होता ||<br /><br /><br />आगे से संभल कर रहे...<br />पता है सांस रोक कर पढ़ रहा था ..<br />तीन बार पढ़ा ...बहुत ही भावपूर्ण रचना !<br />बधाई हो इस रचना के लिए !<br />मेरी नई पोस्ट के लिए पधारे !Jeevan Pushphttps://www.blogger.com/profile/15866178821083740220noreply@blogger.com